विकास गुप्ता एक टेलीविजन निर्माता और ‘बिग बॉस 11’ फेम रह चुके हैं , दरसल वे उभयलिंगी या अंग्रेजी में besexual के रूप में सामने आए हैं उन्होंने यह स्वीकार किया है सोशल मीडिया पोस्ट में एमटीवी होस्ट ने खुलासा किया कि वह उभयलिंगी है और वे इस बात पर कोई सर्मिंदगी महसूस नहीं करते हैं
ट्विटर पर लिखते हुए, विकास ने कहा, “हाय बस मैं आपको मेरे बारे में एक छोटा सा विवरण बताना चाहता था। मुझे उनके लिंग की परवाह किए बिना मानव से प्यार हो गया। मेरे जैसे और भी हैं। # प्राइड के साथ मैं उभयलिंगी #VikasGupta हूं।” अब और किसी को ब्लैकमेल या तंग नहीं किया जाएगा, मुझे सामने आने के लिए प्रेरित करने के लिए धन्यवाद #Priyanksharma #ParthSamthaan ”
https://twitter.com/lostboy54/status/1274360671677759488
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भारत में बिसेक्सुअलिटी को सामाजिक व वैधानिक स्वीकृति?
यूँ तो इस विषय पर हर किसी का अपना व्यक्तिगत मत हो सकता है की समाज में उभयलिंगी या समलैंगिक संबंधो को स्वीकार किया जाना चाहिए या नहीं लेकिन वर्तमान स्थिति व सामाजिक ढांचा इसे खुले तौर पर अपनाने से हमेसा ही कतराता रहा है, अगर बात करें की वैधानिक/ क़ानूनी स्वीकृति की तो एक ऐतिहासिक फैसले में, 6 सितंबर, 2018 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने आईपीसी की धारा 377 को कम कर दिया और निजी तौर पर वयस्कों के बीच समलैंगिक संबंधों की अनुमति दी। सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि सह संवेदी एडल्ट गे सेक्स यह अपराध नहीं है कि यौन अभिविन्यास स्वाभाविक है और लोगों का इस पर कोई नियंत्रण नहीं है। (What is Section 377 of IPC? | India News – Times of India)
इस जवाब को लिखते हुवे मुझे यह समझ नहीं आया की क्या होमोसेक्सुअल और बिसेक्सुअल दोनों धारा ३७७ के तहत कानून वैध हैं क्युकी विपरीत लिंगीय संबंध तो वैध हैं ही और समलैंगिक भी, तो क्या इसका मतलब बिसेक्सुअल संबंध भी कानून मान्य हैं!